जालौन 26 नवंबर । नगर के एकमात्र सरस्वती मंदिर परिसर में आयोजित श्रीमद्भागवत कथा के छठवें दिन कथावाचक आचार्य हरगोविंद बाजपेई ने कालिया मानमर्दन व गोवर्धन पूजा का वर्णन किया। श्रीमद्भागवत में छठे दिन कथा व्यास आचार्य हरगोविंद बाजपेई ने कहा कि गोपिकाएं 56 प्रकार का भोजन रखकर नाच गाने के साथ उत्सव मना रही थीं। कृष्ण के पूछने पर उन्होंने बताया कि आज के ही दिन देवों के स्वामी इंद्र का पूजन होता है। इसे इंद्रोज यज्ञ कहते हैं। इससे प्रसन्न होकर इंद्र व्रज में वर्षा करते हैं, जिससे प्रचुर अन्न पैदा होता है। भगवान कृष्ण ने कहा कि इंद्र में क्या शक्ति है। उनसे अधिक शक्तिशाली तो हमारा गोवर्धन पर्वत है। इसके कारण ही वर्षा होती है, इसलिए हमें इंद्र से बलवान गोवर्धन की पूजा करनी चाहिए। इसके अलावा कालिया मान मर्दन की कथा का भी वर्णन किया गया। इस मौके पर परीक्षित विमला, डॉ. भगवत नारायण शुक्ला, पुजारी हृदेशनारायण मिश्रा, अनिल तिवारी, डॉ. एलपी पाल, बृजकिशोर सोनी, अवधेश, अरविंद मिश्रा, मुन्ना सेंगर, निखिल गुप्ता, डॉ. देववर्धन दौंदेरिया, डॉ. पुष्पांजलि, डॉ. देवेश उपाध्याय, आराधना आदि मौजूद रहे।
