मोंठ। शुक्रवार को एसडीएम मोंठ अवनीश तिवारी ने तहसील कार्यालय में कृषि विभाग के अधिकारियों और संबंधित कर्मचारियों के साथ बैठक कर पराली प्रबंधन एवं फॉर्मर रजिस्ट्री की प्रगति की समीक्षा की। बैठक के दौरान एसडीएम ने कहा कि पराली जलाना कानूनन दंडनीय अपराध है और इससे पर्यावरण, मृदा की उर्वरता और मानव स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव पड़ता है। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए कि क्षेत्र में पराली जलाने की किसी भी घटना पर तत्काल प्रभाव से कार्रवाई की जाए।
एसडीएम तिवारी ने कृषि विभाग को निर्देशित किया कि किसान हित में उपलब्ध आधुनिक उपकरणों और सरकारी योजनाओं की जानकारी अधिक से अधिक किसानों तक पहुंचाई जाए, ताकि पराली निस्तारण वैज्ञानिक तरीके से हो सके। उन्होंने पराली प्रबंधन मशीनों का उपयोग बढ़ाने पर जोर देते हुए कहा कि किसानों को जागरूक करने के लिए गांवों में विशेष जागरूकता अभियान चलाया जाए।
फॉर्मर रजिस्ट्री की समीक्षा करते हुए एसडीएम ने संबंधित अधिकारियों से अभी तक की प्रगति की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि जिन किसानों की रजिस्ट्री लंबित है उसे निर्धारित समय सीमा में पूर्ण कराया जाए। इस कार्य में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
बैठक में कृषि विभाग के अफसरों, तकनीकी सहायताकर्मियों सहित ग्रामीण क्षेत्रों से आए प्रतिनिधि उपस्थित रहे। एसडीएम ने कहा कि प्रशासन और विभाग मिलकर कार्य करेंगे तो किसान भी पराली जलाने के बजाय वैकल्पिक प्रबंधन अपनाने के लिए प्रेरित होंगे। उन्होंने बैठक के अंत में अधिकारियों को जिम्मेदारीपूर्वक कार्य करने और योजनाओं को प्रभावी रूप से लागू करने के निर्देश दिए।
