जालौन 12 नवंबर।बड़ी माता मंदिर परिसर में आयोजित श्रीमद्भागवत कथा के छठवें दिन कथावाचक पं. अनुराग चंसौलिया ने श्रीकृष्ण बाल लीला, कालियामसन मर्दन व गोवर्धन पूजा का सुंदर वर्णन किया गया।कथा को सुनकर तथा श्रीराम लीला महोत्सव में धनुष यज्ञ की लीला देखकर भक्त विभोर हो गये।
श्रीमद्भागवत में छठे दिन कथा व्यास पंडित अनुराग चंसौलिया ने कहा कि भगवान की लीलाएं मानव जीवन के लिए प्रेरणादायक हैं। भगवान कृष्ण ने बचपन में अनेक लीलाएं की। बाल कृष्ण सभी का मन मोह लिया करते थे। नटखट स्वभाव के चलते यशोदा मां के पास उनकी हर रोज शिकायत आती थी। मां उन्हें कहती थी कि प्रतिदिन तुम माखन चुरा के खाया करते हो, तो वह तुरंत मुंह खोलकर मां को दिखा दिया करते थे कि मैंने माखन नहीं खाया। कहा कि भगवान कृष्ण अपनी सखाओं और गोप-ग्वालों के साथ गोवर्धन पर्वत पर गए थे। वहां पर गोपिकाएं 56 प्रकार का भोजन रखकर नाच गाने के साथ उत्सव मना रही थीं। कृष्ण के पूछने पर उन्होंने बताया कि आज के ही दिन देवों के स्वामी इंद्र का पूजन होता है। इसे इंद्रोज यज्ञ कहते हैं। इससे प्रसन्न होकर इंद्र व्रज में वर्षा करते हैं, जिससे प्रचुर अन्न पैदा होता है। भगवान कृष्ण ने कहा कि इंद्र में क्या शक्ति है। उनसे अधिक शक्तिशाली तो हमारा गोवर्धन पर्वत है। इसके कारण ही वर्षा होती है, अतरू हमें इंद्र से बलवान गोवर्धन की पूजा करनी चाहिए। इसके अलावा कालिया मान मर्दन की कथा का भी वर्णन किया गया। इस मौके पर त्रिवेणी दयाशंकर कश्यप, सुनीता रविन्द्र सिंह राजावत, युवराज सिंह, पवन अग्रवाल, सुरेश हूका, अमित सोनी, हर्षवर्धन, अंकुर, सीताराम, सिद्धार्थ, विनीता, आराधना, विवेचना, संगीता, शशिलता समेत बड़ी संख्या में भक्त मौजूद रहे। नीरज श्रीवास्तव पत्रकार बोहदपुरा
