षष्ठी तिथि पर कात्यायनी स्वरूप की पूजा, मंदिरों और पंडालों में उमड़ी भक्तों की भीड़
जालौन, 28 सितम्बर।
शारदीय नवरात्रि की षष्ठी तिथि पर नगर व ग्रामीण क्षेत्र के दुर्गा मंदिरों और 63 पंडालों में मां दुर्गा के कात्यायनी स्वरूप की पूजा-अर्चना बड़े ही श्रद्धा भाव से की गई। भक्तों ने मां के चरणों में मत्था टेककर संतान प्राप्ति और परिवार की समृद्धि की कामना की।
सुबह से उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़
नगर के प्राचीन व प्रमुख देवी मंदिरों, जैसे छोटी माता मंदिर, बड़ी माता मंदिर और पहाड़पुरा स्थित कामाक्षी देवी मंदिर में सुबह से ही महिलाओं और बच्चों की भीड़ लगी रही। हाथों में जल, रोली, चावल, पुष्प और प्रसाद लेकर श्रद्धालु मां के दर्शन को पहुंचे। ब्रह्म मुहूर्त से शुरू हुआ यह क्रम दिनभर चलता रहा। दोपहर बाद मंदिरों के पट दोबारा खुलने पर भक्तों की भीड़ पुनः उमड़ पड़ी और देर रात तक यह सिलसिला जारी रहा।
कथा व कन्या भोज का आयोजन
पंडित देवेंद्र दीक्षित ने बताया कि पौराणिक कथा के अनुसार महर्षि कात्यायन ने मां भगवती की कठोर तपस्या कर उनसे पुत्री के रूप में जन्म लेने का वरदान प्राप्त किया। इसी कारण षष्ठी के दिन मां कात्यायनी की विशेष पूजा-अर्चना की जाती है।
ग्राम अकोढ़ी दुबे में संजीव कुमार द्विवेदी ने कन्या भोज का आयोजन किया, जहां गांव की कन्याओं को भोजन कराया गया। मंदिरों में प्रसाद स्वरूप खीर और हलुए का वितरण भी हुआ।
धार्मिक कार्यक्रमों में जुटे श्रद्धालु
श्री संकटमोचन वीर बालाजी हनुमान मंदिर में पंचमी की रात्रि पंडित अमित तिवारी द्वारा मां दुर्गा का अभिषेक कराया गया, जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए।
नवरात्रि पर्व पर नगर और गांवों में आस्था व विश्वास का वातावरण देखने को मिला।
नीरज श्रीवास्तव, पत्रकार, बोहदपुरा