मोंठ। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मोंठ के सभागार में मंगलवार को एक महत्वपूर्ण माइक्रो प्लान रिव्यू बैठक का आयोजन किया गया। बैठक की अध्यक्षता अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. रवि शंकर ने की। इस दौरान माइक्रो प्लान से जुड़े विभिन्न घटकों पर चर्चा की गई। डॉ. रवि शंकर ने 10 से 16 वर्ष की आयु के बच्चों के लिए चलाए जा रहे टीडी कैंपेन की जानकारी साझा की और नियमित टीकाकरण चक्र पर 1-2-1 चर्चा करते हुए विभिन्न बीमारियों से बचाव और उनके लक्षणों पर विस्तृत जानकारी दी।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) झांसी की पीएसएमओ डॉ. जूही ने टीकाकरण से होने वाले लाभ, उसके महत्व एवं इसके व्यापक असर के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि समय पर टीकाकरण से बच्चों को जानलेवा बीमारियों से बचाया जा सकता है। कार्यक्रम में डब्ल्यूएचओ प्रतिनिधि अजय खरे ने बैठक का संचालन किया।
बैठक के दौरान मौसमी बीमारियों और उनके बचाव के उपायों पर स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी आदित्य जी ने विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने मलेरिया, डेंगू, वायरल फीवर जैसे रोगों से बचने के लिए जागरूकता को आवश्यक बताया।
सीएचसी अधीक्षक डॉ. एम.पी. राजपूत ने बैठक में सभी प्रतिभागियों का स्वागत किया और विभिन्न स्वास्थ्य गतिविधियों को साझा किया। उन्होंने स्तनपान पखवाड़े की शुरुआत करते हुए माताओं को स्तनपान के लाभ बताए। डॉ. राजपूत ने कहा कि नवजात को जन्म के आधे घंटे के भीतर मां का पहला दूध पिलाना जरूरी है, जिसे ‘जीवन का पहला टीका’ भी कहा जाता है। उन्होंने भ्रांतियों को दूर करते हुए कहा कि मां का पहला दूध शिशु के लिए अमृत के समान है और इससे नवजात को कई गंभीर बीमारियों से बचाया जा सकता है।
इस मौके पर स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी मनोज कुमार, स्वास्थ्य पर्यवेक्षक आशुतोष निरंजन, राजेश पाल, पी.डी. पाठक, पुरुषोत्तम दास पाठक सहित समस्त उपकेंद्रों की एएनएम, स्वास्थ्य पर्यवेक्षक और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का स्टाफ उपस्थित रहा।
बैठक में माइक्रो प्लान रिव्यू, डाटा वैलिडेशन, टीडी कैंपेन एवं स्तनपान पखवाड़े की कार्य योजना पर विशेष रूप से चर्चा की गई। अंत में कुलदीप सिंह यादव ने सभी का आभार व्यक्त किया।
मोंठ से अभिषेक वर्मा की रिपोर्ट