गड्ढा-मुक्त अभियान’ की निकली पोल, घटिया निर्माण पर विभाग के खिलाफ विरोध तेज
उरई (जालौन)। जिले में सरकार के गड्ढा-मुक्त सड़क अभियान की हकीकत एक बार फिर बेनकाब हो गई है। विजवाहा-कुठौंद मार्ग पर 25 लाख रुपये की लागत से बनाई जा रही तीन किलोमीटर लंबी सड़क महज 10 दिन में ही उखड़ गई। ग्रामीणों ने ठेकेदार और संबंधित विभाग पर घटिया निर्माण का आरोप लगाया है।ग्रामीणों का कहना है कि सड़क की सतह पर डामर हाथ से ही निकल रहा है, गिट्टी उखड़कर उड़ रही है और नीचे मिट्टी साफ दिखाई दे रही है। आरोप है कि निर्माण के दौरान रोलर तक ठीक से नहीं चलाया गया, जिससे सड़क की सतह मजबूत नहीं बन सकी। इससे नाराज ग्रामीणों ने कहा यह सड़क नहीं, जनता के साथ धोखा है; 25 लाख का बजट है मगर गुणवत्ता 25 रुपये की भी नहीं। ग्रामीणों के अनुसार निर्माण कार्य के दौरान न तो कोई अधिकारी मौके पर आया और न ही इंजीनियर की निगरानी रही। ठेकेदार ने मनमर्जी से घटिया सामग्री का प्रयोग कर सड़क बना दी। अब हालत यह है कि पैर मारते ही डामर की परत उखड़ रही है।गांव वालों ने मामले की शिकायत सांसद नारायण दास अहिरवार को सौंप दी है। सूचना के बाद विभागीय अफसरों ने ठेकेदार पर दोष मढ़कर खानापूरी शुरू कर दी है। वहीं ग्रामीणों का कहना है कि यह केवल ठेकेदार की गलती नहीं, बल्कि विभागीय भ्रष्टाचार की खुली मिसाल है। उन्होंने मांग की है कि तुरंत काम रोका जाए, सड़क की गुणवत्ता की जांच कर दोषियों पर कार्रवाई की जाए। नीरज श्रीवास्तव पत्रकार बोहदपुरा
