झांसी
भाई-बहन के प्रेम और सामाजिक एकता का प्रतीक है रक्षाबंधन
रक्षाबंधन के पावन अवसर पर जिलाधिकारी मृदुल चौधरी ने जनपदवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं दी हैं। अपने बधाई संदेश में उन्होंने कहा कि रक्षाबंधन भाई-बहन के पारस्परिक प्रेम, स्नेह और विश्वास का पर्व है। यह त्यौहार कर्तव्य, आत्मीयता, त्याग, सामाजिक एकता और सद्भाव का प्रतीक भी है।
गुरु-शिष्य परंपरा से भी जुड़ा है रक्षाबंधन
जिलाधिकारी ने बताया कि रक्षाबंधन सिर्फ भाई-बहन के प्रेम का प्रतीक नहीं, बल्कि यह भारत की गुरु-शिष्य परंपरा से भी जुड़ा हुआ है। श्रावण पूर्णिमा के दिन मनाया जाने वाला यह पर्व आश्रम परंपरा में अध्ययन और यज्ञ के उपरांत शिष्यों व यजमानों को रक्षासूत्र बांधने की परंपरा से जुड़ा है।
समाज में प्रेम और भाईचारे को बढ़ावा देता है यह पर्व
जिलाधिकारी ने कहा कि रक्षाबंधन का पर्व समाज में प्रेम, सद्भाव और भाईचारे की भावना को प्रबल करता है। यह पर्व दान और सेवा के महत्व को भी उजागर करता है, जो भारतीय संस्कृति की मूल भावना है।
रिपोर्ट नमो नारायण न्यूज़ पोर्टल