मोंठ। कोतवाल अखिलेश द्विवेदी ने मोंठ थाना क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम कुम्हरार, खिरिया, बघौनिया, पथर्रा आदि ग्रामों में पहुंचकर पुलिस टीम के साथ ग्रामीणों को जागरूक किया। उन्होंने खेतों में पराली जलाने से होने वाले नुकसान के बारे में विस्तार से जानकारी दी। कोतवाल द्विवेदी ने बताया कि पराली जलाने से न केवल मिट्टी की उर्वरा शक्ति कम होती है, बल्कि पर्यावरण भी प्रदूषित होता है। धुएं से सांस संबंधी बीमारियां बढ़ती हैं और सड़क दुर्घटनाओं का खतरा भी बढ़ जाता है। उन्होंने किसानों से अपील की कि पराली जलाने की बजाय उसका वैज्ञानिक तरीके से उपयोग करें, जैसे खाद बनाने या चारे के रूप में इस्तेमाल करें। कोतवाल ने यह भी कहा कि शासन के निर्देशानुसार पराली जलाने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने भी ग्रामीणों को सरकारी योजनाओं की जानकारी दी और कानून व्यवस्था बनाए रखने में सहयोग की अपील की।
