जालौन। तीन दिन पूर्व खंभे पर चढ़कर बिजली लाइन दुरुस्त कर रहे युवक की करंट लगने से हुई मौत के मामले में पुलिस ने बिजली विभाग के चार कर्मचारियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
कोतवाली क्षेत्र के ग्राम धंतौली निवासी 22 वर्षीय रीतेश कुमार सात अगस्त को गांव में बिजली खराब होने पर उसे ठीक करने के लिए खंभे पर चढ़ा था। इस दौरान अचानक करंट लगने से वह नीचे गिर पड़ा और उसकी मौके पर ही मौत हो गई थी। मृतक के पिता ने पुलिस को दी तहरीर में आरोप लगाया कि गांव में तैनात बिजली विभाग के लाइनमैन सोनू उर्फ टैंकर निवासी खरूसा और रामकिशोर उर्फ संजय निवासी हरदोई गूजर ने उनके बेटे को नौकरी दिलाने का झांसा देकर जेई संतोष कुमार से मिलवाया था। उन्होंने कहा था कि नौकरी पक्की होने से पहले उसे कुछ दिन काम करना होगा। इसी बहाने वे उससे बिजली का काम कराते रहे। घटना वाले दिन दोनों लाइनमैन ने रीतेश को खराब लाइन सुधारने बुलाया था। रीतेश ने शटडाउन की मांग की, जिसके बाद उन्होंने बताया कि शटडाउन मिल गया है और वह खंभे पर चढ़कर काम करने लगा। आरोप है कि इस बीच स्टेशन फीडर इंचार्ज जितेंद्र सिंह ने बिजली सप्लाई चालू कर दी, जिससे रीतेश को करंट लग गया और उसकी मौत हो गई। पिता की शिकायत पर पुलिस ने लाइनमैन सोनू, रामकिशोर, जेई संतोष कुमार और फीडर इंचार्ज जितेंद्र सिंह के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली है। कोतवाल अजीत सिंह ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। जो आवश्यक होगा कार्रवाई की जाएगी।