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प्राइवेट अस्पतालों में बीसीजी टीकाकरण अनिवार्य ना लगाने पर रद्द होगा लाइसेंस

जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में कई अहम निर्णय, टीबी मरीजों को बांटी गई पोषण पोटली


कलेक्ट्रेट के नवीन सभागार में जिलाधिकारी मृदुल चौधरी की अध्यक्षता में जिला स्वास्थ्य समिति (शासी निकाय) की बैठक संपन्न हुई। बैठक में स्वास्थ्य सेवाओं की समीक्षा के साथ कई अहम निर्देश जारी किए गए।

बीसीजी टीका अनिवार्य, प्राइवेट अस्पतालों पर होगी सख्ती

जिलाधिकारी ने रूटीन इम्यूनाइजेशन की समीक्षा करते हुए स्पष्ट किया कि सभी नवजात शिशुओं को जन्म के तुरंत बाद बीसीजी का टीका लगाया जाना अनिवार्य है।
उन्होंने कहा कि:

सभी प्राइवेट नर्सिंग होम और अस्पतालों में बीसीजी टीकाकरण अनिवार्य है।

यदि किसी अस्पताल में टीकाकरण नहीं होता पाया गया तो उसका लाइसेंस रद्द किया जाएगा।

वीएचएसएनडी सत्र की समीक्षा, गुरसराय ब्लॉक की स्थिति असंतोषजनक

ग्राम स्वास्थ्य स्वच्छता एवं पोषण दिवस (VHND) के अंतर्गत आयोजित टीकाकरण सत्रों की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने कहा:

गुरसराय ब्लॉक में 17 सत्रों की मॉनिटरिंग की गई, लेकिन केवल एक केंद्र पर जांच होती पाई गई।

संबंधित चिकित्सा अधिकारी को फटकार लगाई गई और निर्देश दिया गया कि ऐसे बच्चों को चिन्हित करें जिनका टीकाकरण नहीं हुआ है।

सत्रों में शत-प्रतिशत बच्चों का टीकाकरण सुनिश्चित किया जाए।

स्थानीय स्तर पर टीम बनाकर अभिभावकों को फोन द्वारा सत्र की जानकारी दी जाए।

टीबी मरीजों को पोषण पोटली वितरित, गोद लेने की अपील

प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान के अंतर्गत टीबी मरीजों को पोषण पोटली वितरित की गई। जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि:

सभी शासकीय अधिकारी, शैक्षणिक संस्थान, जनप्रतिनिधि, व्यापारी संगठन और एनजीओ मरीजों को गोद लें।

पोषण पोटली में मूंगफली, चना, गुड़, सत्तू, गजक, बॉर्नविटा आदि शामिल रहें।

सभी मरीजों को केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं का लाभ दिया जाए।

अस्पतालों में दवाओं की उपलब्धता शत प्रतिशत सुनिश्चित करने के निर्देश

जिलाधिकारी ने सभी शासकीय अस्पतालों, जिला महिला/पुरुष चिकित्सालय, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, आयुष्मान आरोग्य मंदिर में निर्धारित दवाओं की शत-प्रतिशत उपलब्धता के निर्देश दिए।

स्वास्थ्य योजनाओं की बिंदुवार समीक्षा

बैठक में निम्नलिखित योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की गई:

आयुष्मान भारत योजना

प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना

राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम

राष्ट्रीय अंधता नियंत्रण कार्यक्रम

एंबुलेंस सेवा

कुष्ठ रोग नियंत्रण कार्यक्रम

वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम

परिवार कल्याण कार्यक्रम

प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना

उपस्थित अधिकारी

बैठक में मुख्य विकास अधिकारी जुनैद अहमद, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. सुधाकर पांडेय, सीएमएस पुरुष डॉ. पी.के. कटियार, सीएमएस महिला डॉ. राजनारायण, मेडिकल कॉलेज सीएमएस डॉ. सचिन माहौर, एसीएमओ डॉ. एन.के. जैन, जीटीओ डॉ. यू.एन. सिंह, क्षयरोग अधिकारी डॉ. अंशुमान तिवारी, डब्ल्यूएचओ प्रतिनिधि डॉ. जूही, डीएमसी आदित्य जयसवाल, वीसीसीएम गौरव वर्मा सहित समस्त एमओआईसी, चिकित्सक व अन्य विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।
रिपोर्ट: नमो नारायण न्यूज़ पोर्टल

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