झांसी | दुर्घटनाओं में घायल और बीमार लाचार गायों, पशुओं व पक्षियों को त्वरित एवं गुणवत्तापूर्ण उपचार उपलब्ध कराने के उद्देश्य से दया भावना फाउंडेशन द्वारा झांसी में आचार्य श्री विद्यासागर गौ उपचार अस्पताल तथा भगवान श्रीराम पक्षी उपचार अस्पताल स्थापित किए जा रहे हैं। इन अस्पतालों का भूमि-पूजन एवं शिलान्यास 25 नवंबर को झांसी–ललितपुर हाईवे स्थित राजगढ़ के निकट ग्राम बनगाय में किया जाएगा।
दया भावना फाउंडेशन के प्रणेता जैन मुनि अविचल सागर जी महाराज ने प्रेस विज्ञप्ति में बताया कि भगवान महावीर स्वामी और भगवान श्रीरामजी की शिक्षाओं से प्रेरणा लेकर देशभर में पशु-पक्षियों के उपचार हेतु यह महत्त्वपूर्ण प्रकल्प शुरू किया गया है। फाउंडेशन प्रत्येक 150–200 किलोमीटर की दूरी पर एक गौ-अस्पताल स्थापित करने की दिशा में कार्य कर रहा है, जहां आधुनिक तकनीक और विशेषज्ञ पशु चिकित्सकों द्वारा इलाज उपलब्ध कराया जाएगा।
मुनिश्री ने बताया कि फाउंडेशन अब तक 6,000 से अधिक दुर्घटनाग्रस्त गायों का सफल उपचार करा चुका है, जबकि 12,000 से अधिक गायों को रेडियम बेल्ट पहनाकर सुरक्षित किया गया है। इसके अतिरिक्त दतिया जिले में 18 गौशालाओं का संचालन भी किया जा रहा है। घायल पशुओं को उपचार केंद्र तक पहुँचाने के लिए विशेष हाइड्रोलिक एंबुलेंस की व्यवस्था भी फाउंडेशन द्वारा की गई है।
उन्होंने कहा कि 25 नवंबर को अपराह्न 2 बजे होने वाला यह शिलान्यास कार्यक्रम क्षेत्र के लिए ऐतिहासिक होगा। जल्द ही अस्पतालों का निर्माण पूरा कर इन्हें प्रारंभ कर दिया जाएगा, जिससे झांसी सहित आसपास के क्षेत्रों में गायों, अन्य पशुओं और पक्षियों को अत्याधुनिक उपचार सुविधाएँ उपलब्ध होंगी।
मुनि श्री अविचल सागर जी ने कहा कि मनुष्यों के लिए उपचार केंद्र हजारों की संख्या में हैं, परंतु मूक पशु-पक्षी दुर्घटनाओं में घायल होकर या बीमारियों में तड़पते रहते हैं और अपनी पीड़ा किसी को बता नहीं पाते। ऐसे में दया भावना फाउंडेशन द्वारा बनाए जा रहे ये अस्पताल जीव सेवा का एक बड़ा और मानवीय केंद्र बनकर उभरेंगे।
उन्होंने जनमानस से अपील की है कि दया भावना फाउंडेशन के इस अभियान से जुड़कर मानवता के आदर्शों को अंगीकृत कर जीवन को सफल बनाएं ।
