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डीएपी खाद की पर्याप्त आपूर्ति कराने  लखनऊ में कृषि सचिव से मिले गरौठा विधायक।

डीएपी खाद की पर्याप्त आपूर्ति कराने कृषि सचिव से मिले गरौठा विधायक

किसानों की परेशानी बताई, सहकारी समितियों के साथ बाजार में भी पर्याप्त खाद उपलब्ध कराने सौंपा पत्र

गरौठा, गुरसरांय, मोंठ समेत क्षेत्र के विभिन्न स्थानों पर किसानों को खाद भेजने की मांग

मोंठ–गरौठा विधायक जवाहर लाल राजपूत ने एक बार फिर झांसी में डीएपी खाद की पर्याप्त उपलब्धता की मांग को लेकर प्रमुख सचिव कृषि से मुलाकात की. उन्होंने किसानों को आवश्यकता के अनुसार सहकारी समितियों में डीएपी की पर्याप्त उपलब्धता कराने के साथ प्राईवेट रैक भिजवाकर बाजारों में भी उपलब्ध कराये जाने की मांग को लेकर पत्र सौंपा है गरौठा विधायक जवाहर लाल राजपूत ने कृषि सचिव को दिए पत्र में बताया कि झांसी जिले में किसानों के द्वारा चना, मटर, मसूर, सरसों की बुवाई की जा रही है, जिसमें डीएपी खाद की अत्यंत आवश्यकता है. विधायक राजपूत ने प्रमुख सचिव को बताया कि किसानों के द्वारा लगातार सहकारी समितियों से खाद की मांग की जा रही है, जबकि सहकारी समितियों में डीएपी खाद पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध नहीं है. वहीं, प्राइवेट लाईसेंस धारी खाद विक्रेताओं के पास प्राइवेट रैक न आने के कारण भी उनके पास डीएपी उपलब्ध नहीं है, जिससे किसानों को बाजार में भी डीएपी की बोरी नहीं मिल पा रही है. किसान लगातार सहकारी समितियों एवं प्राइवेट खाद विक्रेताओं के चक्कर लगा रहे हैं. सैकड़ों की संख्या में लोग सुबह से लेकर शाम तक लम्बी-लम्बी लाइनें भी लगा रहे हैं, इसके बावजूद भी उन्हें खाद नहीं मिलने से नाराजगी बढ़ रही है. उन्होंने पत्र में बताया कि बड़े किसान जिन्हें अधिक मात्रा में खाद लेना है वे बहुत परेशान हैं. डीएपी की उपलब्धता की मांग के लिए लगातार शिकायत की जा रही है. डीएपी न मिल पाने के कारण किसानों का शासन के प्रति आक्रोश भी दिख रहा है,विधायक जवाहर राजपूत ने कहा कि गरौठा, गुरसरांय, बामौर, मारकुआँ, ककरवई, साकिन, अस्ता, मोंठ, एरच, समथर, पूँछ, चिरगाँव आदि क्षेत्रों की सहकारी समितियों पर डीएपी उपलब्ध करायी जाये. उन्होंने प्रमुख सचिव को बताया कि नवरात्रि में किसानों द्वारा चना, मटर, मसूर, राई, सरसों, अल्सी आदि की बुआई प्रारम्भ कर दी जाती है, जिसके लिये उन्हें डीएपी की अत्यन्त आवश्यकता होती है, क्योंकि किसान बुआई के 10-15 दिन पहले डीएपी एवं बीज खरीदना प्रारम्भ कर देता है, परन्तु अभी तक डीएपी बाजारों एवं सहकारी सोसाइटियों में अनुपलब्ध है. विधायक ने प्रमुख सचिव कृषि को पत्र सौंपकर कहा है कि झांसी में डीएपी खाद उपलब्धता के लिये सहकारिता/प्राईवेट रैक भेजने की व्यवस्था कराने एवं किसानों को बाजारो में भी भरपूर्ण मात्रा में डीएपी की खाद्य उपलब्ध करवायी जाये।

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